tag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post3780731181921069252..comments2023-06-26T06:12:49.730-07:00Comments on काव्य वाटिका: kavita vikashttp://www.blogger.com/profile/10151317721264000986noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-5558420970730979772012-08-13T09:48:39.795-07:002012-08-13T09:48:39.795-07:00mayank bhai aur shivnath ji ko sadar aabhar
mayank bhai aur shivnath ji ko sadar aabhar<br />kavita vikashttps://www.blogger.com/profile/10151317721264000986noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-55841061732466950162012-08-13T09:42:07.019-07:002012-08-13T09:42:07.019-07:00भक्ति रस से ओत-प्रोत सुंदर भाव, सुंदर रचना !
भक्ति रस से ओत-प्रोत सुंदर भाव, सुंदर रचना !<br />शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-30506130009534836612012-08-13T06:13:12.565-07:002012-08-13T06:13:12.565-07:00शबरी बनना है नहीं, इतना भी आसान।
रामचन्द्र के नाम ...शबरी बनना है नहीं, इतना भी आसान।<br />रामचन्द्र के नाम से, शबरी की पहचान।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-29622520243586842652012-08-13T01:04:48.290-07:002012-08-13T01:04:48.290-07:00मित्रों ,आपकी टिप्पणियों से ही ताक़त मिलती है और आ...मित्रों ,आपकी टिप्पणियों से ही ताक़त मिलती है और आगे बढ़ने की प्रेरणा ....सदा ये कृपा बनाये रखें kavita vikashttps://www.blogger.com/profile/10151317721264000986noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-69668784499198931122012-08-13T00:15:42.201-07:002012-08-13T00:15:42.201-07:00भक्ति रस का सम्पूर्ण आनद लिए ... भाव मय प्रस्तुति ...भक्ति रस का सम्पूर्ण आनद लिए ... भाव मय प्रस्तुति ... लाजवाब ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-12903613185452225292012-08-12T23:19:00.082-07:002012-08-12T23:19:00.082-07:00अनुपम भाव संयोजित किये हैं आपने इस अभिव्यक्ति में...अनुपम भाव संयोजित किये हैं आपने इस अभिव्यक्ति में ...आभारसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-46212480379137876672012-08-12T21:55:25.188-07:002012-08-12T21:55:25.188-07:00 Untitled
कविता विकास
काव्य वाटिका
मोहपाश में ... Untitled<br />कविता विकास<br />काव्य वाटिका<br /><br /> <br /><br />मोहपाश में जकड़ी जकड़ी, कड़ी कड़ी हरदिन जोडूं |<br />बिखरी बिखरी तितर-बितर सब, एक दिशा में कित मोडूं |<br />रविकर मन की गहन व्यथा में, अक्श तुम्हारे क्यूँ छोडूं-<br />यादें तेरी दिव्य अमानत, यादों की लय न तोडूं ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-29199502796971407982012-08-12T20:32:58.462-07:002012-08-12T20:32:58.462-07:00भक्तिपूर्ण रचना !भक्तिपूर्ण रचना !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7663247753025333118.post-37897531922081925402012-08-12T11:52:43.395-07:002012-08-12T11:52:43.395-07:00भक्ति रस की अनच से भाव बोध से समर्पण के संसिक्त रह...भक्ति रस की अनच से भाव बोध से समर्पण के संसिक्त रही यह रचना .... .कृपया यहाँ भी पधारें -<br />शनिवार, 11 अगस्त 2012<br />कंधों , बाजू और हाथों की तकलीफों के लिए भी है का -इरो -प्रेक्टिकvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com